J. E. S. College of Education, Bilaspur
जे.ई.एस. शिक्षा महाविद्यालय, बिलासपुर
छत्तीसगढ़ की विशाल धरा में बिलासपुर एक ऐसा स्थान है , जहाॅ कला, विज्ञान, शिक्षा चिकित्सा आदि के क्षेत्र में अनेक शैक्षणिक संस्थाएॅ अस्तित्व में होने के बाद में भी यहाॅ की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति संभव नहीं।
ज्ञान, विज्ञान, संस्कृति से सम्पन्न भारत के गौरव को बढ़ाने के लिए प्रत्येक नागरिक को प्रयास करना चाहिए, इसलिए आवश्यकता है कि वह देश को जाने, समझे एवं उससे प्रेम करें।
समाज के सभी वर्ग के लोग डाक्टर, इंजीनियर बनने के दौड़ में अपने बच्चें को शामिल कर लिया है, लेकिन मानव को गढ़ने वाले शिक्षक के रूप में कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को नहीं देखता।
आय के समान शिक्षा का क्षेत्र भी असमान वितरण का शिकार है।
ऐसी विषमताओं से निपटने के लिए जे.ई.एस. के अध्यक्ष श्री के.खान, सचिव डाॅ. इरशाद खान निर्देशक श्री हर्ष पाठक ने अपने परिकल्पनाओं को साकार रूप देने के लिए जे.ई.एस शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना की, जो उत्कृष्ट शिक्षकों के निर्माण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करेगी।
शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना सर्वोत्तम प्रशिक्षण प्राप्त उत्कृष्ट शिक्षक तैयार करने की पुनीत उदेद्श्य को दृष्टिगत रखते हुए की गई है।
महाविद्यालय इस परम् उद्देश्य को प्राप्त करने हेतु प्रतिबद्व है। समस्त शिक्षक प्रशिक्षार्थी इस उदे्दश्य की प्राप्ति में अहम् सहयोगी सिद्व होगें।
ज्ञान, विज्ञान, संस्कृति से सम्पन्न भारत के गौरव को बढ़ाने के लिए प्रत्येक नागरिक को प्रयास करना चाहिए, इसलिए आवश्यकता है कि वह देश को जाने, समझे एवं उससे प्रेम करें।
समाज के सभी वर्ग के लोग डाक्टर, इंजीनियर बनने के दौड़ में अपने बच्चें को शामिल कर लिया है, लेकिन मानव को गढ़ने वाले शिक्षक के रूप में कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को नहीं देखता।
आय के समान शिक्षा का क्षेत्र भी असमान वितरण का शिकार है।
ऐसी विषमताओं से निपटने के लिए जे.ई.एस. के अध्यक्ष श्री के.खान, सचिव डाॅ. इरशाद खान निर्देशक श्री हर्ष पाठक ने अपने परिकल्पनाओं को साकार रूप देने के लिए जे.ई.एस शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना की, जो उत्कृष्ट शिक्षकों के निर्माण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करेगी।
शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना सर्वोत्तम प्रशिक्षण प्राप्त उत्कृष्ट शिक्षक तैयार करने की पुनीत उदेद्श्य को दृष्टिगत रखते हुए की गई है।
महाविद्यालय इस परम् उद्देश्य को प्राप्त करने हेतु प्रतिबद्व है। समस्त शिक्षक प्रशिक्षार्थी इस उदे्दश्य की प्राप्ति में अहम् सहयोगी सिद्व होगें।
स्थापना के उद्देश्य एवं लक्ष्यः-
इस शिक्षा महाविद्यालय के संस्थापकों के निम्नानुसार लक्ष्य एवं उद्ेश्य निर्धारित किये हैः-
- माध्यमिक अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम के रूप में बी.एड. प्रशिक्षण का संचालन कर छत्तीसगढ़ राज्य की माध्यमिक/ उच्चतर माध्यमिक शालाओं के लिए अध्यापक तैयार करना।
- इक्कीसवीं सदी के भारत व छत्तीसगढ़ की शैक्षिक आवश्यकताओं के अनुरूप अध्ययापन विधियों व तकनीकि से युक्त शिक्षक-शिक्षा प्रदान करना।
- उत्तम गुणों एवं मूल्यों से युक्त शिक्षक-शिक्षा प्रदान करना।
- सम्पूर्ण शासकीय/अशासकीय शालाओं में कार्यरत शिक्षकों के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण का संचाालन करना।
- एक पूर्ण विकसित शिक्षा महाविद्यालय, (जिसमें बी.एड. की कक्षाएॅ संचालित है हो सकें,) के रूप में स्वयं को सक्षम बनाना।